Tag: Octacore processor kya hota hai
What is Processor in Hindi
हर कंप्यूटर में एक प्रोसेसर होता है, चाहे वह एक छोटा काम-चलाऊ प्रोसेसर हो या फिर बड़ा पावरफुल प्रोसेसर हो, बिना प्रोसेसर के किसी भी तरह का कंप्यूटर कसी डब्बे से कम नहीं है। बेशक, प्रोसेसर, जिसे CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) भी कहा जाता है, कंप्यूटर या स्मार्टफ़ोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की कार्य प्रणाली में बहुत ही अहम किरदार निभाता है। जैसे-जैसे उपकरण और भी जटिल होते जा रहे हैं उसी तरह इन उपकरणों में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोसेसर भी जटिल होते जा रहे हैं।
आज कल के लगभग सभी स्मार्टफ़ोन और कंप्यूटर में एक से अधिक कोर वाले प्रोसेसर आते हैं, जिसका मतलब है कि एक प्रोसेसर में कई अलग-अलग कोर होते हैं जिसकी वजह से अब प्रोसेसर और तेज़ी कोई भी जानकारी प्रोसेस कर सकते हैं, लेकिन एक सवाल आप सभी के मन में जरूर आता होगा कि आखिर यह प्रोसेसर कोर क्या हैं और ये क्या करते हैं?
स्मार्टफ़ोन अब पूरी तरह से कंप्यूटर बन गए हैं। अब आप फ़ोन का उपयोग केवल कॉल या मैसज करने के लिए ही नहीं बल्कि जानकारी पाने, सोशल मीडिया चेक करने, ऑनलाइन शॉपिंग करने, गेम्स खेलने और जटिल एप्स का उपयोग भी आप अपने फ़ोन पर ही करते हैं। यह सब काम को करने में आपके डिवाइस में बहुत अधिक मात्रा में जानकारी प्रोसेस होती है जिसके लिए और ज्यादा एडवांस्ड प्रोसेसर की जरूरत पड़ती है जिसमे एक से ज्यादा कोर हों।
इसी वजह से आजकल हर स्मार्टफ़ोन में क्वाडकोर या फिर ऑक्टाकोर प्रोसेसर देखने को मिलता है। जिससे आपका स्मार्टफ़ोन बिना हैंग या फ्रीज़ हुए ही बड़ी-बड़ी एप्स को स्मूथली रन कर पता है।
Octacore vs Quadcore in Hindi
मान लीजिए दो कंपनिया हैं, एक में 4 लोग काम करते हैं और दूसरी में 8 लोग। दोनों कंपनियों को एक जैसा ही प्रोजेक्ट मिलता है, प्रोजेक्ट की एक कंडीशन है कि कंपनी का कोई भी व्यक्ति इस प्रोजेक्ट में दुसरे व्यक्ति की कोई मदद नहीं करेगा। तो अब ज़ाहिर है कि जिस कंपनी में ज्यादा लोग होंगे वह कंपनी सबसे पहले इस प्रोजेक्ट को पूरा कर पाएगी। इस उद्धरण में प्रोसेसर को आप कंपनी मान लीजिए और कोर को कंपनी में काम करने वाले लोग। तो 8 लोगो वाली कंपनी यानी ऑक्टाकोर ज्यादा तेज़ी से किसी भी जानकारी यानी प्रोजेक्ट को प्रोसेस कर पाएगी।
पर यह बात यहीं पर ख़त्म नहीं होती, क्या होगा अगर कोई उन दोनों कंपनियों ऐसा प्रोजेक्ट दिया जाए जिसमें केवल 4 लोगों की ही ज़रुरत हो? ऐसा में कोई फर्क नहीं पड़ता अगर कंपनी में 4 लोग हैं या फिर 8 लोग, दोनों कंपनिया इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में बराबर समय लेंगी। अगर आप अपने फ़ोन पर हैवी एप्स या गेम्स नहीं खेलते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका फ़ोन क्वाडकोर है या ऑक्टाकोर, क्योंकि दोनों ही प्रोसेसर बराबर समय में उस जानकारी को प्रोसेस कर सकते हैं।
Octacore processor kya hai
ऑक्टाकोर प्रोसेसर में क्वाडकोर प्रोसेसर के दो सेट एक साथ जोड़ दिए जाते हैं, इनमें से चार कोर लो-पॉवर वाले होते हैं और चार अन्य कोर हाई-पॉवर के होते हैं. हालांकि ज्यादातर स्मार्टफ़ोन में केवल क्वाडकोर प्रोसेसर की ही ज़रुरत पड़ती है, इसीलिए ऑक्टाकोर में भी केवल 4 लो-पॉवर वाले कोर ही सक्रिय रहते हैं और बाकी के 4 कोर का ज्यादा कोई उपयोग होता ही नहीं और क्योंकि लो-पॉवर वाले ही 4 कोर ऑक्टाकोर प्रोसेसर में सक्रिय रहते हैं तो ऐसे में आपके फ़ोन की बैटरी भी कम खर्च होती है।
Result
तो अगर आपका कोई दोस्त कहता है कि क्वाडकोर नहीं ओक्टाकोर वाला स्मार्टफ़ोन ले, तो पहले आप यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि आपको अपने फ़ोन का इस्तेमाल किस तरह करना है और क्या आपको वाकई ऑक्टाकोर प्रोसेसर की जरूरत है? अगर आपको केवल ब्राउज़िंग, सोशल मीडिया एप्स, WhatsApp जैसे आसान काम अपने फ़ोन पर करने है तो क्वाडकोर से आपका काम चल जाएगा। यहाँ तक कि क्वाडकोर पर आप बड़ी ही आसानी से हैवी-ग्राफ़िक्स वाले गेम और एचडी विडियो देख सकते हैं। ज्यादातर काम में ऑक्टाकोर प्रोसेसर की जरूरत ही नहीं पड़ती है।
आशा करते हैं अब आपको पता चल ही गया होगा कि और Processor kya hota hai और octa core processor kya hota hai इस पोस्ट को Facebook और WhatsApp पर Share जरूर करें।